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बिना रन बनाये भी मैच किसे जीते,दिल्ली चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेताओ से सीखें  

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नरेश तोमर *** दिल्ली —–

आपने कभी ना कभी मैच जरूर देखा होगा और शायद खेला भी हो. लेकिन उन मैचों में जो सबसे ज्यादा अंक लाने वाला ही वही विजय घोषित होता है. लेकिन दिल्ली विधानसभा 20 20 चुनाव में जिस तरह के परिणाम आए. उससे कांग्रेस पार्टी का  जिस तरह सूपड़ा साफ हो गया है. लेकिन फिर में कोंग्रस अपनी हार  को फुलाकर भी उसके नेताओ के हौसले सातवें आसमान पर है. वह अपनी पार्टी की बुरी तरह हार के बावजूद भी आम आदमी पार्टी के चुनाव जीतने पर पूरे जोर-शोर से जशन मना रहे हैं. आने वाले चुनाव में हो सकता है कि देश की सभी बड़ी पार्टियां और छोटी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी के सामने एक साथ खड़ी होकर चुनाव लड़े। इसका एक छोटा उदाहरण आज हमको दिल्ली के विधानसभा चुनाव में देखने को मिला और जिस तरह से अन्य दल इस जीत से खुशी मना रहे हैं. उससे यह ही लगता है कि आने वाले समय में सभी पार्टियां एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी को हराने की पूरी कोशिश करेगी।


कांग्रेस नेता

आम आदमी पार्टी के 53 फ़ीसदी से ज्यादा वोट मिले। वहीं बीजेपी को करीब 38 फ़ीसदी, और कांग्रेस को महज चार फीसदी वोट पर संतोष

दिल्ली के चुनाव परिणाम में कांग्रेस नेताओं के बयान से स्पष्ट है कि यह पार्टी अपनी हार में भी जीत तलाश रही है. दिल्ली के वोट प्रतिशत पर नजर डालें तो यह आम आदमी पार्टी के 53 फ़ीसदी से ज्यादा वोट मिले। वहीं बीजेपी को करीब 38 फ़ीसदी, और कांग्रेस को महज चार फीसदी वोट पर संतोष करना पड़ा। बोर्ड पैटर्न से स्पष्ट है कि कांग्रेस का पारंपरिक वोटर पूरी तरह से आप में चला गया. कांग्रेसी नेताओं के बयान से स्पष्ट है कि उसे अपनी जीत से मतलब नहीं, उसे हर हाल में बीजेपी की हार चाहिए। देश की सबसे पुरानी पार्टी इतनी लचर हो गई है कि मैं अपने बूते लड़ाई लड़ने से भी कतरा रही है
 

शीला दीक्षित और सोनिया गाँधी 


 पूरे चुनाव परिणाम में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले 15 साल दिल्ली में राज करने वाली कांग्रेस का जनाधार पूरी तरह खत्म हो गया

विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर करिश्मा करते हुए प्रचंड जीत दर्ज की है. पिछले चुनाव के मुकाबले बीजेपी ने अपने वोट प्रतिशत में अच्छी खासी बढ़त हासिल की और कुछ ज्यादा सीट भी जीती है।  हालांकि पूरे चुनाव परिणाम में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले 15 साल दिल्ली में राज करने वाली कांग्रेस का जनाधार पूरी तरह खत्म हो गया है।  इस करारी शिकस्त के बावजूद कांग्रेस के बड़े नेता उत्साह के साथ अरविंद केजरीवाल के लिए बधाई के शब्द बोल रही है. उनका लगता हे इसी मे उनकी जीत है। 

राहुल ने ट्वीट कर श्री अरविंद केजरीवाल को बधाई लिखा कि केजरीवाल और आप को दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने पर बधाई और मेरी बहुत सारी शुभकामनाएं 

दिल्ली एक मिनी इंडिया ,चिदंबरम ने कहा मैं दिल्ली के लोगों को सलाम करता हूं

चिदंबरम ने भी दी अरविंद केजरीवाल को बधाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा याद कीजिए जब दिल ने मतदान हुआ था तब लाखों मलयाई तमिल तेलुगु बंगाली गुजराती और भारत के अन्य राज्यों से आए लोगों ने मतदान किया था आज मैं अरविंद केजरीवाल को जीत की बहुत-बहुत बधाई देता हूं आगे  चिदंबरम ने लिखा कि अगर मतदाता राज्यों के विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो वे आए थे. तो दिल्ली का मत विपक्ष के विश्वास बढ़ाने का एक बूस्टर है. बीजेपी को हर राज्य  में हराया  जा सकता है. दिल्ली का वोट राज विशेष के वोट की तुलना में अखिल भारतीय वोटो के करीब माना जाता है. क्योंकि दिल्ली एक मिनी इंडिया है.
चिदंबरम ने यह भी कहा मैं दिल्ली के लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने 2021 और 2022 में अन्य राज्य जहां चुनाव होंगे उनकी एक मिसाल पेश की है. 

कांग्रेस के जनादेश स्वीकार करते हुए दावा किया

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से पहले बोले सुभाष दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करने वाले कांग्रेस के जनादेश स्वीकार करते हुए दावा किया।  राष्ट्रीय राजधानी की जनता ने बीजेपी के विध्वहन्स्कारि और खतरनाक एजेंडे को पराजित किया है. पार्टी ने यह भी कहा कि वे दिल्ली में संगठन का नए सिरे से निर्माण करेगी,और एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएगी।  कांग्रेस हार से हताश नहीं हुई है. हमने जनता के समक्ष अपने विचार रखे और 15 साल के कांग्रेस के शासन के विकास के बारे में जनता को बताया। लेकिन जनता ने हमको वोट नहीं दिया। उसके बावजूद भी बीजेपी की सरकार नहीं बनी तो आज हम बहुत खुश हैं और आम आदमी पार्टी को बधाई देते है। 

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह चुनाव दो दलीय हो गया था। शायद यही वजह रही कांग्रेस  की उम्मीद के मुताबिक वोट नहीं मिले। उन्होंने कहा दिल्ली में विकास के एजेंडे की जीत हुई सांप्रदायिक एजेंडे की पराजय हुई केजरीवाल को बधाई हो। 

सुरजेवाला बोले हम निराश नहीं उन्होंने कहा जनता ने अपना जनादेश दे दिया

सुरजेवाला बोले हम निराश नहीं उन्होंने कहा जनता ने अपना जनादेश दे दिया जनता कांग्रेस के विरोध भी दिया है अब कांग्रेसो डीपीसीसी की तरफ से इस जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं हम निराश नहीं है। कांग्रेस को जमीनी स्तर पर और नए सिरे से मजबूत करने का संकल्प करेंगे।  हम कार्यकर्ता और साथी को धन्यवाद देते हैं। हम नव निर्माण का संकल्प लेते हैं. केजरीवाल को बहुत-बहुत बधाई।

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