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तब्लीगी जमात का केंद्र है निजामुद्दीन मरकज,चीन से लेकर इंग्लैंड तक के लोग हुए थे शामिल,दिल्ली में स्टेडियम में रखगे 

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नई दिल्ली : Naresh Tomar

★ यही से होता है देश-विदेश में आने-जाने वाली जमातों का संचालन
★ कोरोना वायरस फैलने के बाद भी आते-जाते रहे लोग, कई थे बीमार
★ फिलहाल 100 विदेशियों समेत करीब 1500 जमाती थे यहां मौजूद

दुनिया जहां कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है, वहीं दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज (केंद्र) में लापरवाही की सारी हदें पार कर दी गईं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अन्य विदेशियों के अलावा यहां पर चीन के भी कुछ जमाती मौजूद थे। वहीं इस जमात में शामिल होकर तेलंगाना लौटे छह लोगों की सोमवार मौत हो गई। 
सूत्रों का कहना है कि 14-15 मार्च के बाद भी यहां लगातार विदेशी जमातियों का आना-जाना लगा रहा। कोरोना की वजह से जब देश को लॉकडाउन किया गया तो मरकज में चीन, यमन, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, सऊदी अरब और इंग्लैंड के 100 से अधिक लोग यहां मौजूद थे। इन विदेशी जमातियों के अलावा करीब 1400-1500 जमाती यहां मौजूद थे। 

तबलीगी जमात द्वारा कोरोना को लेकर भारत देश ही परेशान नहीं है. तबलगी समाज को लेकर दुनिया के 80 देश आज परेशानी झेल रहे हैं. उसका सबसे बड़ा कारण तब्लीगी समाज का पाकिस्तान के लाहौर के पास एक जमात का होना है,इस जमात में करोड़ों की संख्या में मुल्ला मौलवी इकट्ठे हुए थे. वहीं से यह लोग अपने-अपने घर विभिन्न देशों में पहुंचे। कुछ व्यक्ति जहाज के रास्ते अपने घर गए और कुछ पैदल ही धर्म प्रचार करते हुए अपने देश के लिए निकले। भारत भी इस घटना से दूर नहीं रहा .

निजामुदीन स्थित तब्लीगी जंत सेंटर ,यही 1400 लोग जमा थे 

हिंदी न्यूज़ टीवी ने अब तक तब्लीगी समाज कैसे दुनिया में करोना वायरस को फैला रहा है इसको लेकर खबरें लिखी थी. बार-बार बाल सरकार द्वारा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गुहार करता रहा. खुद देश के प्रधानमंत्री वह राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने टीवी के माध्यम से अखबार के माध्यम से रेडियो के माध्यम से वह अन्य माध्यमों से लोगों को आगाह किया। अगर हमको कोना वायरस जैसी महामारी को रोकना है तो घर में रहना पड़ेगा। लेकिन इस तब्लीगी समाज के लोगों ने देश के पीएम मुख्यमंत्री सरकारों की बात को सिरे से नकार दिया। जिसकी बानगी आज निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात सेंटर में देखने को मिल रही है.

यहां लगभग 2000 लोग इकट्ठा थे अभी कुछ दिन पहले 9 मुल्ला मौलवियों को सरधना के आजाद नगर मस्जिद से गिरफ्तार किया। वह दिल्ली निजामुद्दीन के जमात सेंटर से ही सरधना पहुंचे थे। अभी पता नहीं यह देश की किस कोने में पहुंचे हे ,   निजामुद्दीन में जमात सेंटर में 1 मार्च से 15 मार्च तक जो जमात हुई  थी। निजामुदीन जमात सेंटर के प्रमुख अभी भी 200 लोगो के बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं हे ,कह रहा हे उसको मालूम नहीं यह लोग कहा है  उसको मालूम नहीं। जमात सेंटर में शामिल होने आया एक मौलाना सहारनपुर के दरुउलम भी पहुंचा।   शामिल कश्मीर का एक मौलवी देवबंद के दरुउलम गया अब स्वास्थ्य टीम को यह लगता है कि दरुउलम भी कोरोना वायरस के केसना मिल जाए. अब स्वास्थ्य विभाग की टीम दारू उलम जाकर वहां रहने वाले मौलवी और छात्रों की  कोरोना जांच करेगी।

NEHARU STADIYAM

स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर रविवार और सोमवार को यहां से 200 से अधिक कोरोना संदिग्धों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया। बाकी लोगों को भी देर रात तक विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। निजामुद्दीन के कुछ लोगों का दावा है कि मरकज में मौजूद कुछ लोगों को बुखार और जुकाम भी था।बताया जा रहा है कि भारत में तब्लीगी जमात का केंद्र निजामुद्दीन मरकज है। देश ही नहीं, दुनियाभर से जमात (धार्मिक लोगों की टोली, जो इस्लाम का प्रचार-प्रसार करने अपने-अपने घरों से निकलते हैं) निजामुद्दीन मरकज पहुंचती हैं। यहां तय किया जाता है कि देशी या विदेशी जमात को भारत के किस क्षेत्र में जाकर प्रचार-प्रसार करना है। विदेशों से आने वाली ज्यादातर जमात चार माह के लिए आती हैं, जबकि अपने देश की जमात, चार माह, 40 दिन, 10 दिन या तीन दिन के लिए निकलती हैं। इसमें तीन दिन या 10 दिन की जमात को लोगों के घरों के आसपास ही रखा जाता है, जबकि 40 दिन या चार माह की जमात को निजामुद्दीन मरकज से आगे रवाना किया जाता है। पूरे साल निजामुद्दीन मरकज में लाखों विदेशी और भारतीय जमातें पहुंचती हैं। एक-दो दिन या उससे ज्यादा के लिए उनके खाने-पीने और रहने का इंतजाम मरकज में किया जाता है।

★ पूरा इलाका सील

दो दिन पहले निजामुदीन में खुले आम दुकाने खुली हुई थी  

निजामुद्दीन इलाके में मरकज में भारी संख्या में लोगों के मिलने से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। बताया जा रहा है कि मरकज में जमात के लिए जो लोग आए थे उनमें से काफी बीमार थे और कोरोना से संक्रमित होने की पूरी आशंका है। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने पूरे निजामुद्दीन इलाके को सील कर दिया है।उ मरकज को बंद कर दिया गया है और किसी को उसके पास नहीं जाने दिया जा रहा है। आसपास के इलाके को भी सील कर दिया गया है। निजामुद्दीन इलाके में कई डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है।

NARESH TOMAR —— — HIND NEWS TV — — — – – – – 9410767620

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