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आम आदमी के मन का सवाल,देश में 36 घंटे से उग्र प्रदर्शन कही ट्रप यात्रा को देखते हुए तो नहीं  

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ट्रप दौरे से पहले क्यों उग्र हुए प्रदर्शन कही  यह भारत की छवि तो खराब करने का पड़यंत्र तो नहीं 

RIPOT —- Naresh TOMAR —– पिछले 24 घंटे के दौरान और एनआरसी पर दिल्ली अलीगढ़ देश के अन्य हिस्सों में घटी घटनाओं को जोड़कर देखे तो जेहन में एक सवाल उठता है.  कहीं यह अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे से पहले की सुनोयोजित विरोध प्रदर्शन तो नहीं है. नई दिल्ली में नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ शनिवार की शाम अचानक नए सिरे से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. और रविवार आते आते इन प्रदर्शनों ने कई जगह पर हिंसक रूप ले लिया। नए सिरे से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन दिल्ली अलीगढ़ पटना और अन्य कई जगहों पर देखे जा रहे हैं.

आम आदमी के मन में इन विरोध प्रदर्शन को देखकर कई सवाल खड़े हो रहे

आम आदमी के मन में इन विरोध प्रदर्शन को देखकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.  जो विरोध प्रदर्शन बीच में शांतिपूर्ण तरीके से किए जा रहे थे। अचानक पिछले 24 घंटे में ऐसा क्या हुआ कि यह विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया। वह भी जब की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल ट्रप भारत के दौरे पर है. और भारत के सामने  अमेरिका के राष्ट्रपति के सामने यह दौरा अच्छे से समाप्त हो और जिसकी तैयारी बड़े जोरो पर कर राखी है।  लेकिन जिस तरह दौरे से पहले इस तरह के उग्र प्रदर्शन देशभर में सामने आए हैं. उससे तो यही लगता है कि यह सब सुनियोजित जी तरीके से किया जा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट ने दो वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन और संजय हेगडे की वार्ता को क्यों नहीं मानते प्रदर्शनकारी  

दिल्ली के साइन बाग में पिछले 71 दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शनकारी  दिल्ली नोएडा फरीदाबाद रोड को  रोक कर कालिंदी कुंज के पास रोड जमा करके बैठे हैं. जिससे आने जाने वाले लाखों लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों को समझाने बुझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दो वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन और संजय हेगडे को वार्ताकार नियुक्त किया है. दोनों ने शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों से जब रोड खोलने के लिए बात की तो एक गुट रोड खोलने के लिए तैयार हो गया. लेकिन दूसरे गुट के लोगों ने इसे दोबारा बंद कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है,कि शाहिनबाग पदाधिकारियों के बीच फूट पड़ गई है.

शाइन बाग में प्रदर्शनकारी  के बीच फुट पड़ी और भीम आर्मी हुई एक्टिव
जिस तरह से शाहीन बाग में पर्दशनकार्यों के बीच आपस में फूट पड़ गई है. फुट के बाद भीम आर्मी के लोग एक्टिव हो गए हैं. शाहीन बाग में जब शनिवार को रास्ता खुलने की खबर आई तो देर शाम तक सोशल मीडिया पर भीम आर्मी के लोग एक्टिव हो गए. और भड़काऊ वीडियो डालने लगे रविवार को भीम आर्मी  दुवारा भारत बंद का आह्वान कर दिया। जिसमें उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बड़े स्तर पर शक्ति प्रदान करने की कोशिश की बिहार के पटना नवादा आरा सिवान जहानाबाद उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ बुलंदशहर मुरादाबाद बागपत शामली सहारनपुर का दंगा पर भीम आर्मी ने दुकाने बसे ट्रेन रोकने की कोशिश की है। 

अलीगढ़ और दिल्ली में क्यों इतने उग्र हुए प्रदर्शनकारी ,अब CCA के समर्थन में भी आयगे देशवासी 
दिल्ली केजफराबाद में जिस तरह से पर्दशनकरी सड़को पर आ गए जिससे यमनानगर गोकलपुरी सीलमपुर और मेरठ और बागपत जाने वालो के लिए रास्ता जाम हो गया। बाद में जब प्रदर्शन कर रहे लोगो को रोकने के लिए पुलिस आयी और जफराबाद में प्रर्दर्शन कर रही महिला,पुलिस के सामने आ गयी. जब पुलिस रास्ता खुलवाने लगी तो इन्ही प्रदर्शन कार्यो ने पुलिस पर पथराव कर दिया।CCA और  कही  न कही  यह सब सुनयोजित लगता हे। प्रदर्शन करने वालो को देख के लगता हे की यह लोग CCA का विरोध नहीं देश में मौजुदा सरकार का विरोध कर रहे है। जहां  ट्रप के भारत दौरे  के लिये भारत सरकार ने पुरे जोर लगये हे.वही यह प्रदर्शनकारी इस दौरे को विफल करने के प्रयास करते दिख रहे हे। ताकि भारत की छवि पूरी दुनिया में धूमिल हो सके

naresh tomar 9410767620

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