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एक झूला आखिर क्यों एक छात्रा के लिए काल बन गया ?

एक झूला आखिर क्यों एक छात्रा के लिए काल बन गया ?

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बलिया के ऐतिहासिक ददरी मेले में झूले से गिरकर एक यूवती  की मौत  हो गई. बांसडीह थाना अंतर्गत  टांगरौली गांव की बीए की छात्रा रानी अचानक झूले से गिर गई और उसकी मौत हो गई. वही बदइंतज़ामी की मार झेल रहे ददरी  मेले में हुई मौत पर नगरपालिका चेयर मैं का कहना है की घटना की जांच कराई जाएगी.
आसमान  छूने  की हार्ट किसे नहीं होती, 18 साल की रानी भी अपने परिजनों के साथ बलिया के ऐतिहासिक ददरी  मेले में घूमने आई. लाखों की भीड़ में उसने भी झूले पर चढ़ने की ज़िद की और जैसे ही झूले की टोकरिया आसमान की तरफ उठने लगी रानी अचानक जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई. बलिया जनपद के बासडीह रोड थाना अंतर्गत टांगरौली गावं की रानी को ये पता ही नहीं था की जिस मेले में वो घूमने जा रही है वो उसके लिए मौत का मेला साबित होगा. 
अपनी बेटी की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों का आरोप है की मेले में फर्स्ट एड दिया जाता तो शायद रानी की मौत नहीं हुई होती. लेकिन नगरपालिका द्वारा कोई व्यवस्था ना होने से रानी ने दम  तोड़ दिया.
ऐतिहासिक ददरी  मेले में नगरपालिका द्वारा बदइंतजामी का आलम ऐसा की जिस झूले से गिरकर रानी की मौत हुई महज उससे 100 मीटर की दूरी पर मेला का चिकित्सालय मौजूद है बावजूद इसके वहां  तैनात चिकित्स्कों को घटना की जानकारी तक नहीं. इसे बेशर्मी नहीं और क्या कहेंगे जहा नगरपालिका अध्यक्ष कवि सम्मलेन कराने में मशरूफ है पर उन्हें मेले में मृत रानी की मौत से कोई लेना देना नहीं.  मीडिया के सामने चेयरमैन  अजय कुमार ने  उन्हें सिर्फ जानकारी मिली है की कोई लड़की की झूले पर सेल्फी लेते हुए गिर गई है हम उस घटना की जांच कराएंगे. 
अमित कुमार बलिया
हिंद न्यूज़ टीवी

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