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जमीनी विवाद में फसे पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी

जमीनी विवाद में फसे पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी

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यूपी के बलिया में सपा सरकार में मंत्री रहे अम्बिका चौधरी अपने ही पैत्रिक जमीनी विवाद में फसते नजर आ रहे है| जिसे लेकर बसपा नेता व पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ने बलिया प्रशासन पर अनावश्यक प्रताणित करने का आरोप लगाया है| कहा किसी अदृश्य शक्ति की शह पर हो रही है उनकी जमीन की पैमाइश। जिला प्रशासन द्वारा भारी पुलिस बल के साथ फेफना तिराहे पर की गयी जमिनी पैमाइश। चूंकि यह मापी पूर्व राजस्व मंत्री और बसपा के कद्दावर नेता अम्बिका चौधरी की जमीन की हो रही है इसलिये जिला प्रशासन ने एहतियातन किसी बवाल से बचने के लिये आसपास के सभी थानेदारों , के साथ भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवानों को लगा रखी है। यह पूरा मामला फेफना थाना अंतर्गत फेफना तिराहे का है जहा प्रसाशन और पूर्व मंत्री का ड्रामा सुबह से सांय समय तक चला |

 वही अम्बिका चौधरी ने भारी संख्या में सुरक्षा बलों के साथ पैमाइश को अपनी छवि को धूमिल करने के प्रयास के रूप में देख रहे है । श्री चौधरी ने कहा कि कोई अदृश्य शक्ति जिला प्रशासन पर दबाव डालकर मुझे बदनाम करना चाहती है । मीडिया द्वारा उस अदृश्य शक्ति का खुलासा करने के लिये श्री चौधरी से कहा गया तो हँस कर टाल गये । श्री चौधरी से जब यह कहा गया कि आप जब मंत्री थे तो पुलिस चौकी के लिये जमीन आपने देकर उसके बदले जमीन ली है , की नापी हो रही है , के जबाब में श्री चौधरी ने कहा कि अगर अदृश्य शक्ति चाहती है कि जमीनों की जो अदला बदली हुई है वो निरस्त हो जाय तो ऐसे आदेश पर सबसे ज्यादे प्रसन्न होने वाला व्यक्ति मैं ही हूंगा क्योकि अदला बदली में जो जमीन मुझको पीछे मिली है वह तिराहे पर हो जाएगी ।

आप को बता दे कि फेफना तिराहे पर जो पिकेट बना है वह अम्बिका चौधरी की पुश्तैनी जमीन पर बना है जिसके बदले में जिला प्रशासन ने इनको ग्राम समाज की जमीन सड़क से पीछे दी है । श्री चौधरी ने साफ शब्दों में कहा कि इस जमीन के लिये क्षेत्रीय विधायक और मंत्री श्री उपेंद्र तिवारी स्वयं माननीय उच्च न्यायालय में वाद दाखिल किये थे जिसको माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के प्रधान न्यायाधीश ने2005 में वाद को खारिज कर दिया । इसके अलावा आज जिन भूखंडों की मापी की गयी है उसके ऊपर माननीय सिविल कोर्ट से स्टे मिला हुआ है, जिसकी कॉपी मैने डीएम से लेकर कानूनगो तक को रिसीव करवा दी है फिर भी मापी कराया जाना स्पष्ट करता है कि मंशा जमीन को चिन्हित करना नही मुझे अपमानित करना है ।

अमित कुमार बलिया यूपी
हिंद न्यूज़ टीवी

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