हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेता और लेखक कादर खान का निधन हो गया है। वह 81 वर्ष के थे। कादर खान के बेटे सरफराज ने ‘पीटीआई से कहा, ‘मेरे पिता हमें छोड़कर चले गए। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और पिछले कुछ समय से कनाडा के एक अस्पताल में भर्ती थे। कुछ दिनों पहले कादर खान की मौत की झूठी खबर भी आई, जिसका उनके बेटे ने खंडन किया था। वह दोपहर को कोमा में चले गए थे। वह पिछले 16-17 हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे।’ उन्होंने कहा, ‘उनका अंतिम संस्कार कनाडा में ही किया जाएगा। सरफराज ने बताया, ‘हम अंतिम संस्कार कनाडा में ही करेंगे। यहां हमारा पूरा परिवार काफी लंबे समय से रह रहा है, इसलिए हम सभी अंतिम क्रियाएं सिर्फ यहीं करेंगे।’ कादर खान 81 साल की उम्र में प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर(पीएसपी) के शिकार हो गए थे जिसके कारण उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था।
कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर, 1937 को काबुल में हुआ। उन्होंने 1973 में ‘दाग’ फिल्म से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। इसमें राजेश खन्ना मुख्य भूमिका में थे। इससे पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी-दिवानी’ के लिए संवाद लिख चुके थे। एक पटकथा लेखक के तौर पर खान ने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्में लिखी।
कादर खान की फिल्मों की बात की जाए तो वो उन अभिनेताओं में से हैं जिन पर हर रोल जचता था। फिर वह चाहे कॉमेडी हो या फिर खलनायक का किरदार हो। उन्होने लगभग 300 फिल्मों मे काम किया। आख़िरी बार उन्होंने दिमाग का दही फिल्म की थी।