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फूड विभाग का छापा, दो दुकानों से 90 किलो मिठाई की नष्ट

फूड विभाग का छापा, दो दुकानों से 90 किलो मिठाई की नष्ट

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दिवाली के नजदीक आते ही मुनाफाखोर सक्रिय हो जाते हैं और जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने से भी गुरेज नहीं करते । त्यौहारों पर फ़ूड विभाग ऐसे लोंगो पर शिकंजा कसने के लिए लगातार अभियान चलाता है। आज भी फूड विभाग की टीम ने ऐसे ही मुनाफाखोरो के मिठाई भंडार पर छापा मारा है जो जहरीली मिठाईयां बनाकर मिठाइयों का स्टॉप दिवाली के मौके पर सप्लाई करने की फिराक में था । फूड विभाग की टीम ने दो मिठाई भण्डारो से 90 किलो मिठाइयों को लेकर नष्ट कर दिया है जबकि सैंपल भर के जांच के लिए भी भेजे गए हैं ।

आपको बताते चलें जैसे-जैसे दिवाली नजदीक आती है वैसे वैसे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मुनाफाखो और भी सक्रिय हो जाते हैं । और यह मुनाफा खोर कोई आम आदमी या गरीब आदमी नहीं बल्कि वह लोग होते हैं । जिनके पेट पहले ही भरे हुए होते हैं जी हां मेरठ में चर्चित मिठाई की दुकानो में एक पाल मिष्ठान भंडार है । इस पर आज फूड विभाग की छापेमारी के दौरान यह बात फिर साबित हो गई है कि बड़े मिष्ठान भंडार अपने खजानों के भंडार को भरने के लिए लोगों की सेहत के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं। जी हां आज मेरठ की फूड विभाग टीम ने लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में पाल मिष्ठान भंडार पर छापेमारी की इस दौरान टीम को मिष्ठान भंडार पर ना केवल गंदगी दिखाई दी । बल्कि यहां बनने वाली मिठाइयां भी पूरी तरह से जहरीली थी, जिस कलर को प्रतिबंध किया गया है । उस कलर को मिठाइयों पर लगा कर या मिठाइयों को कलरफुल बनाकर बेचने की बड़ी कोशिश हो रही थी । इस भंडार के मालिक इस कोशिश में लगे थे कि दीवाली के मौके पर उनकी सस्ती औऱ खराब मिठाई ऊंचे दामो में बिक सके। इस मिठाई की दुकान में काफी तरह की मिठाइयां मौजूद है जिनमें से कलरफुल 50 किलो मिठाइयों को मौके पर ही डिस्ट्रॉय कर दिया गया जबकि अन्य मिठाइयों के सैंपल भरकर लैब के लिए भेज दिए गए हैं। ऐसा नहीं है यह मिठाई भंडार कोई नॉरमल मिष्ठान भंडार हो यह मेरठ का एक चर्चित मिष्ठान भंडार है । और यहां पर प्रतिदिन हजारों रुपए की सेल होती है । और यह मिष्ठान भंडार वर्षों से इसी प्रकार चला आ रहा है । लेकिन इसके बावजूद भी यह मिष्ठान भंडार मुनाफाखोरी करना नहीं छोड़ रहा है और हर दिवाली या फेस्टिवल्स पर इस मिष्ठान भंडार में सेहत के साथ खिलवाड़ करने वाली उन तमाम मिठाइयों को बनाया जा रहा है जो फूड विभाग ने प्रतिबंध कर रखी है।

इसके बाद यहां से कुछ ही दूरी पर काका मिष्ठान भंडार है जहां पर जब विभाग ने छापामारी की तो यहां साफ-सफाई तो ठीक थी । लेकिन यहां के बंगाली रसगुल्ला पर फूड विभाग को संदेह हुआ । और फूड विभाग ने यहां भी बंगाली रसगुल्ले सहित कई मिठाइयों के सैंपल लिए और लगभग 40 किलो मिठाइयों को नष्ट कर दिया। हालांकि छापेमारी के बाद इलाके की अन्य मिठाइयों की दुकान बंद हो गई और सभी लोग खिसक लिए। लेकिन यह भी साबित हो गया है कि सरकारी सिस्टम की लाख कोशिश करें । लेकिन मुनाफाखोर किसी भी कीमत पर मुनाफाखोरी करने से नहीं चूकते और यही वजह है बड़े स्तर पर चल रही कार्यवाही के बाद भी जहरीली मिठाई बनाने वाले लोग बाज आने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन अब देखना होगा इस मिठाई भंडार से लिए गए सैंपल रिपोर्ट में क्या सामने आता है और इन पर क्या कार्रवाई की जाएगी।

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