किसान हाड़ तोड़ मेहनत कर के फसल पैदा करता है उसी को बेच कर बच्चों की पढ़ाई दवा और अपने सब जरूरी काम करता है। सरकार इनके अनाज को ख़रीदने का दावा भी करती है और अपने मातहतों को निर्देश देती है कि किसानों का अनाज हर हाल में खरीदा
खेतों में हरियाली और किसानों के चेहरे पर मुस्कान,किसानों के नेता चौधरी चरण सिंह के सपने को साकार करने के लिए वर्ष 1982 में शुरू की गई सरयू नहर परियोजना अपना आकार सरकारों की उदासीनता और धन के अभाव में तो नहीं ले सकी लेकिन अंधकार में जरूर चली गई।घाघरा
किसानों की लंबे समय से की जा रही मांग पर आखिरकार चौगामा नहर में पानी छोड़ दिया गया।मुजफ्फरनगर के लोई से फिलहाल निरपुड़ा ब्रांच में करीब 125 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे 15 से अधिक गांवों के किसानों को लाभ होगा।ग्रामीणों ने टीकरी और कुरथल ब्रांच में भी पानी