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भाईचारे का पैगाम देती ईद: उत्तराखंड में ईद-उल-अजहा पर मांगी गई प्रदेश की खुशहाली की दुआ

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कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर शहर के 72 ईदगाह, मस्जिद व मदरसों में नमाज अता की गई। सुबह सात बजे से नमाज अता कर देश की खुशहाली, तरक्की, शांति व भाईचारा के लिए दुआ मांगी।
चकराता रोड स्थित ईदगाह में ईद की नमाज के लिए सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई। व्यवस्था बनाने को लेकर जगह- जगह पुलिस तैनात रही। 8:05 बजे शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने नमाज अता कराई।
उन्होंने कहा कि यह पर्व खुदा का इनाम है। ईद सादगी के साथ मनाएं। साफ-सफाई का ख्याल रखें। आसपास गरीब, यतीम कमजोर को अपनी खुशी में शामिल करें। प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी ना करें। कोई भी फोटो व वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित न करने की अपील की।
इसके अलावा ईदगाह मुस्लिम कालोनी, ईदगाह सुभाषनगर व माजरा, जामा मस्जिद पलटन बाजार, जामा मस्जिद चंदर नगर मस्जिद सिंघल मंडी, जामा मस्जिद ईसी रोड समेत विभन्न क्षेत्रों में मस्जिदों में नमाज अता की गई।
वहीं कोटद्वार में ईद-उल-अजहा (बकरीद) की नमाज ग्रास्टनगंज ईदगाह में पढ़ी गई। नमाजियों ने नमाज अदा करते हुए मुल्क की अमन व तरक्की की दुआएं मांगी।
ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के लिए मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग भारी संख्या में ग्रास्टनगंज स्थित ईदगाह में पहुंचने लगे थे। नमाज अदा करने के लिए रामडी, पुलींडा, आदि क्षेत्रों से भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग ईदगाह पहुंचे।
मौलाना बदरूल हसन ने नमाजियों को ईद की नमाज अदा करवाई। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि इस्लाम प्रेम व सौहार्द की सीख देता है। ईद की नमाज अदा करने के बाद लोग अपने घरों में पहुंचे व कुर्बानियां दी।

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