
हिमाचल प्रदेश वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग का मुख्यालय राजधानी शिमला से धर्मशाला शिफ्ट करने की तैयारी है। वन विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। मंत्रिमंडल की होने वाली अगली बैठक में यह प्रस्ताव लाया जा रहा है। सरकार ने धर्मशाला को पर्यटन राजधानी घोषित किया हुआ है। ऐसे में सरकार इस जिले को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने में जुटी है। इसी कड़ी में जिला कांगड़ा के बनखंडी में देश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर भी 619 करोड़ से बन रहा है। इसके साथ ही मुख्यालय के शिफ्ट करने से जिला में पर्यटन को पंख लगेंगे और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
वाइल्ड लाइफ विंग का मुख्यालय शिफ्ट होने पर पीसीसीएफ वन्य प्राणी विंग समेत सारा स्टाफ धर्मशाला भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि जब तक विंग के मुख्यालय के लिए भवन का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक मुख्यालय को जिला कार्यालय में ही चलाया जाना प्रस्तावित है। धर्मशाला में हर साल हजारों पर्यटक घूमने आते हैं। पर्यटक दलाई लामा मंदिर मैक्लोडगंज, भागसूनाग, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तो जाते ही हैं। अब 619 करोड़ से बनखंड़ी में बनने वाला चिड़ियाघर भी पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा और इससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
पहले चरण में पशुओं के लिए यहां 34 यार्ड बनने हैं। इससे सरकार को आमदनी भी होगी और इससे इको-टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। बताया जा रहा है कि वाइल्ड लाइफ विंग के मुख्यालय को शिफ्ट करने के मामले पर विभागीय अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से भी चर्चा कर ली है। सरकार का मानना है कि बनखंडी में देश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बन रहा है, तो वाइल्ड लाइफ विंग का मुख्यालय भी उसी जिला में रहना सही होगा। इसके साथ ही शिमला में बढ़ रहा इमारतों और जनसंख्या का दबाव भी कम होगा। सीएम के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान ने कहा कि सरकार जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के ताैर पर विकसित कर रही है। इसी कड़ी में वाइल्ड लाइफ विंग मुख्यालय को शिफ्ट करने की तैयारी है।